तुम्हे पाने की चाहत में सदियों से संघर्षरत हो दुर्गम पहाड़ी इलाकों के बीच से बहे आ रही तुम्हे पाने की चाहत में सदियों से संघर्षरत हो दुर्गम पहाड़ी इलाकों के बीच से बहे...
कल ही तो मिली हो, कोई ख़ास नहीं हो तुम, फिर ऐसा क्यों लगता है... कल ही तो मिली हो, कोई ख़ास नहीं हो तुम, फिर ऐसा क्यों लगता है...
प्यार का क्या है! प्यार का क्या है!
खुद का साथ होने से ही खुश रहना सीखा दिया। खुद का साथ होने से ही खुश रहना सीखा दिया।
नदी के किनारे चलते हैं, मुड़ते हैं पर मिल नहीं पाते। नदी के किनारे चलते हैं, मुड़ते हैं पर मिल नहीं पाते।
खामोश चेहरा, झुकी पलकें, नम आँखे, बयां करती मोहब्बत के एहसासों को... खामोश चेहरा, झुकी पलकें, नम आँखे, बयां करती मोहब्बत के एहसासों को...